गांधी पर अपशब्द: कालीचरण की गिरफ्तारी, देशद्रोह पर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान

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गांधी पर अपशब्द: कालीचरण की गिरफ्तारी, देशद्रोह पर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान

रायपुर. महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) पर अमर्यादित टिप्पणी (Indecent Comment) करने वाले कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के खजुराहो (Khajuraho) से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद से ट्वीटर पर हैश टैग रिलीज कालीचरण (hash tag release kalicharan) नाम का ट्वीटर ट्रेंड देशभर में चर्चा में आ चुका है। यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ ((Chhattisgarh) की रायपुर पुलिस (Raipur Police) ने की है। कालीचरण पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कई जगह मुकदमे दर्ज किए गए थे। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Former Minister Brijmohan Agarwal) ने ट्वीट पर कालीचरण के पक्ष में ट्वीट किया। बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जहां एक संगठन द्वारा आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहे थे और नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया था।

कालीचरण के समर्थन में आए बीजेपी नेता

रायपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कालीचरण को गिरफ्तार किया है। अब इसके समर्थन में बीजेपी (BJP) के कई बड़े नेताओं ने ट्वीट करना शुरू कर दिया है। अब हैश टैग रिलीज कालीचरण नाम का ट्वीटर ट्रेंड देशभर में चर्चा में आ चुका है। छत्तीसगढ़ के बड़े नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि- ऐसी कार्यवाही शासन का दुरुपयोग है, गांधी जी के सिद्धांतों के विरुद्ध है।

ये आपत्तिजनक है- नरोत्तम

नरोत्तम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के तरीके पर हमें तरीके पर आपत्ति है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है, जो उन्हें नहीं करना था। संघीय मर्यादाएं इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देतीं। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उन्हें नोटिस देकर भी बुला सकती थी। मैंने मध्य प्रदेश के DGP को छत्तीसगढ़ से DGP से तुरंत बात करने को कहा है। छत्तीसगढ़ के डीजीपी को बताए जाए कि ये उनका क्या तरीका है? डीजीपी इस तरीके पर विरोध दर्ज कराएं और स्पष्टीकरण भी लें।

नरोत्तम- आक्रांताओं को क्या कहें?

MP के होम मिनिस्टर ने ये भी कहा कि गजनी आए, सोमनाथ पर हो गया (आक्रमण)। शरणार्थी थे तो क्या पूजा करने आए थे। आक्रांताओं (मुस्लिम शासकों) को इस तरह से नहीं कहना चाहिए।
असल में नसीरुद्दीन शाह ने करण थापर को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर इन्हें पता है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं हैरान हूं। ये एक गृह युद्ध (Civil War) के लिए अपील कर रहे हैं। हममें से 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से खत्म होने वाले नहीं हैं। हम 20 करोड़ लोग (मुस्लिम) लड़ेंगे। हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद आयोजित की गई थी। इसमें मुस्लिमों के जनसंहार की बात उठी थी। नसीर ने ये भी कहा कि हम 20 करोड़ लोगों के लिए यह मातृभूमि (Mother Land) है। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं। यहां हमारा जन्म हुआ है।

कांग्रेस ने नरोत्तम को दिया जवाब

वहीं सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने अपने बयान में कहा है कि नरोत्तम मिश्रा को ये बताना चाहिए कि महात्मा गांधी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी से वो खुश है या दुखी हैं? आपको बता दें कि ट्विटर पर कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद कालीचरण को रिलीज करने के लिए एक बड़ा कैंपेन चल रहा है। इसी के समर्थन में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ बीजेपी नेता और बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ऐसी कार्रवाई शासन का दुरुपयोग है। यह गांधी जी के सिद्धांतों के खिलाफ है।
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने निशाना साधा है। उन्होंने इस गिरफ्तारी को लेकर शिवराज सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं। सलूजा ने कहा, 'बड़े शर्म की बात है कि गृह मंत्री इस कार्यवाही का स्वागत करने की बजाय इस पर सवाल उठा रहे हैं, क़ायदे से एमपी पुलिस को ख़ुद उन्हें गिरफ़्तार करना चाहिये था लेकिन लगता है कि शिवराज सरकार उन्हें संरक्षण दे रही थी।

क्या है कालीचरण महाराज का विवाद?

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने एमपी से गिरफ्तार कर लिया है। 29 दिसंबर को छत्तीसगढ़ (CG) पुलिस ने एमपी के खजुराहो के एक होटल से कालीचरण को अरेस्ट किया। कालीचरण के खिलाफ रायपुर और पुणे में केस दर्ज किए गए थे। रायपुर में हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहे थे। उन्होंने कहा था कि 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया। मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। 
कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला के पुराने शहर शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। उनका असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है। वो भावसार समाज (Bhavsar Community) से आते हैं। कालीचरण महाराज एक साधारण परिवार में जन्मे, जन्म अकोला में हुआ। उनके पिताजी धनंजय सराग की मेडिकल शॉप है। कालीचरण महाराष्ट्र अकोला में हर साल कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेते हैं। शिवभक्त कालीचरण महाराज अपने रूप और श्रृंगार को लेकर चर्चा में रहते हैं।

पुणे और ठाणे में भी मामला दर्ज

पुणे सिटी पुलिस ने 19 दिसंबर को पुणे में समस्त हिंदू अघाड़ी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से विशेष समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कालीचरण महाराज, मिलिंद एकबोटे, नंदकिशोर एकबोटे और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी महात्मा गांधी को अपशब्द कहने, नाथूराम गोडसे का समर्थन करने और अतीत में अभद्र भाषा देने के लिए कालीचरण महाराज के खिलाफ ठाणे के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।  कालीचरण के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 295, 506 और 34 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई थी।

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